
अगस्त का महीना इस बार ग्रहों की चाल में महत्वपूर्ण बदलाव लेकर आया है. ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, न्याय के देवता शनि और सबसे शुभ ग्रह शुक्र मिलकर एक विशेष शुभ योग बनाएंगे, जिसे नवपंचम योग कहा जाता है. यह योग 26 अगस्त को उत्पन्न होगा और इसका असर विशेष रूप से मिथुन, कर्क और मीन राशि वालों पर अत्यंत सकारात्मक होगा.
लखनऊ के ज्योतिषाचार्य डॉ. उमाशंकर मिश्र ने बताया कि शनि ग्रह इस समय मीन राशि में विराजमान हैं और शुक्र ग्रह शीघ्र ही कर्क राशि में गोचर करेंगे. वहां यह बुध के साथ युति कर लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण करेंगे. 26 अगस्त को शनि और शुक्र 120 डिग्री पर होंगे, जिससे नवपंचम योग की रचना होगी.
मिथुन राशि पर प्रभाव
मिथुन राशि वाले इस योग से आर्थिक और व्यक्तिगत जीवन में लाभ उठा सकते हैं. लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होंगे और बैंक बैलेंस में वृद्धि होगी. भाग्य का साथ मिलेगा और इच्छाओं की पूर्ति संभव होगी. भूमि या भवन की प्राप्ति हो सकती है. वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा और पारिवारिक वातावरण में खुशहाली आएगी.
कर्क राशि पर प्रभाव
कर्क राशि वालों के लिए यह योग अत्यंत लाभकारी रहेगा. माता की सेहत अच्छी रहेगी और जीवनसाथी या पार्टनर के साथ चल रहे मनमुटाव समाप्त होंगे. अविवाहित लोगों का विवाह तय हो सकता है. व्यापार में निवेश करने से अच्छा मुनाफा होने की संभावना है. नया व्यापार शुरू करने के लिए समय अनुकूल है और करियर में उन्नति होगी.
मीन राशि पर प्रभाव
मीन राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का असर अभी भी है, लेकिन नवपंचम योग इसे कम करेगा. छात्रों का पढ़ाई में मन लगेगा और प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में सफलता मिलेगी. नौकरीपेशा लोगों को मनचाही पोस्टिंग और प्रमोशन मिल सकता है. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और जीवन में भोग-विलास में वृद्धि देखने को मिलेगी.
ज्योतिषियों का कहना है कि नवपंचम योग मिथुन, कर्क और मीन राशि वालों के लिए अत्यंत शुभ रहेगा. यह योग न केवल आर्थिक और करियर में सफलता दिलाएगा, बल्कि पारिवारिक जीवन और व्यक्तिगत सुख-शांति में भी वृद्धि करेगा. इस महीने में ग्रहों की चाल का सही समय लेकर चलना शुभ माना गया है.