
बीते सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक ने खूब सुर्खियां बटोरीं। अलास्का में दोनों लीडर्स के बीच हुई इस मुलाकात पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी थीं और इस बैठक को एक तरह से सफल भी बताया जा रहा है। इस दौरान एक और ऐसा वाकया हुआ, जिसने सबका ध्यान खींचा। दरअसल ट्रंप इस मीटिंग में फर्स्ट लेडी मेलानिया की एक चिट्ठी लेकर पहुंचे थे, जिसे मेलानिया ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के लिए लिखा था। खत में मेलानिया ने पुतिन से यूक्रेन जंग रोकने की अपील की थी। हालांकि अब यह खत एक अनोखे वजह से चर्चा में आ गया है।
दरअसल चिट्ठी को सार्वजनिक किए जाने के बाद सोशल मीडिया पर यह चर्चाएं शुरू हो गई हैं कि मेलानिया ने यह खत AI की मदद से लिखवाया था। लोग इस पर संदेह जताते हुए कई पोस्ट कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि यह खत बहुत ही कन्फ्यूजिंग है और इसकी भाषा भी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की मालूम पड़ती है।
इससे पहले ट्रंप ने जब मेलानिया का खत पुतिन को सौंपा, वे इसे सबके सामने पढ़ने लगे। चिट्ठी में लिखा था, “डियर राष्ट्रपति पुतिन, हर बच्चा अपने दिल में शांत सपने होते है, चाहे वह किसी देश के हिस्से में पैदा हुआ हो। वे प्यार, संभावना और खतरे से सुरक्षा के सपने देखते हैं।” फर्स्ट लेडी ने लिखा कि अगली पीढ़ी की आशा को पूरा करना हमारा कर्तव्य है। उन्होंने आगे लिखा कि पुतिन चाहे तो अकेले ही उन बच्चों की मुस्कान लौटा सकते हैं। मेलानिया ने लिखा, “इन बच्चों की मासूमियत की रक्षा करके, आप केवल रूस की सेवा ही नहीं करेंगे, मानवता की भी सेवा करेंगे।”
खत की प्रति वायरल होते ही लोगों ने कयास लगाने शुरू कर दिए कि संभवतः यह चिट्ठी AI से लिखवाई गई है। खत में जिस तरह कर विराम चिन्ह लगाए गए थे, वे अक्सर AI जेनरेटेड आर्टिकल्स में इस्तेमाल होते हैं। एक यूजर ने एक्स के एआई चैटबॉट ग्रोक से खत पर अपनी राय देने को कहा। इस पर Grok ने जवाब दिया कि संदेश संभवतः 85 प्रतिशत एआई द्वारा तैयार किया गया था, जिसमें कुछ मामूली बदलाव किए गए थे। Grok ने कहा, “पत्र में AI के स्पष्ट संकेत दिखाई देते हैं। घिसे-पिटे वाक्यांश, और एक फार्मूलेटिक संरचना। इसे संभवतः 85 फीसदी AI द्वारा तैयार किया गया है, जिसमें मामूली मानवीय संपादन हैं।” वाइट हाउस की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।