
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की संसदीय दल की बैठक को संबोधित किया. इस बैठक में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और महाराष्ट्र के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन भी मौजूद रहे. इस दौरान पीएम मोदी ने राधाकृष्णन का सभी सांसदों से परिचय करवाया और उनको सम्मानित भी किया.
संसदीय दल की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें सिंधु जल संधि (इंडस वाटर ट्रीटी) और उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के लिए एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के नामांकन पर विशेष ध्यान रहा. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक में कांग्रेस पर तीखा हमला बोला और साथ ही सीपी राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को लेकर उनकी प्रशंसा भी की. वहीं, सिंधु जल संधि पर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा.
पीएम मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए सीपी राधाकृष्णन का परिचय कराते हुए बारे में बताया कि वह तमिलनाडु के ओबीसी वर्ग से आते हैं और बहुत ही जमीनी नेता हैं. ये बहुत ही सहज स्वभाव के हैं. इससे पहले सोमवार को एनडीए नेताओं ने सदन के नेताओं के साथ एक परिचयात्मक बैठक की. संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विश्वास व्यक्त किया कि राजनीतिक दल राधाकृष्णन का समर्थन करेंगे. पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब यह चुनाव लड़े थे तब मैं पार्टी का महासचिव था और उनके चुनाव में चुनावी रैली की तैयारी कराई थी. ये काफी अनुभवी हैं और सभी को साथ लेकर चलते है. उन्होंने आगे कहा कि हमारी दोस्ती को 40 साल से ज्यादा हो चुके हैं और तब हमारे बाल काले हुआ करते थे. पीएम ने कहा कि राधाकृष्ण जी सरल और सहज व्यक्ति है और ‘राजनीति में खेल नहीं करेंगे’.
प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में सिंधु जल संधि को लेकर कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि इस समझौते के तहत भारत का हक का पानी पाकिस्तान को दे दिया गया. सूत्रों के अनुसार, उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण समझौते पर न तो कैबिनेट में चर्चा हुई और न ही संसद को विश्वास में लिया गया. जब इस मुद्दे पर हंगामा हुआ, तो मात्र दो घंटे की चर्चा कराकर इसे दबा दिया गया. पीएम ने यह भी उल्लेख किया कि उस समय कांग्रेस के कुछ सांसदों ने इस समझौते का विरोध किया था, जिसमें एक सांसद ने इसे ‘मूर्खता की पराकाष्ठा’ करार दिया था. हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने विरोध करने वालों को ‘तुच्छ मानसिकता’ वाला बताकर उनकी आलोचना की थी. मोदी ने कहा कि अब इस फैसले को सुधारने के बाद जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों को पानी का लाभ मिलेगा, जिससे इन राज्यों में कृषि और अन्य क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी.
उन्होंने कहा कि सीपी राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति पद के लिए एक बहुत अच्छा नाम हैं. सभी ने इसे स्वीकार किया है. उनके जीवन में कोई विवाद नहीं, कोई भ्रष्टाचार नहीं, कोई दाग नहीं, उन्होंने बहुत ही सादा जीवन जिया है और केवल समाज और देश के लिए काम किया है. अगर ऐसा व्यक्ति देश का उपराष्ट्रपति बनता है, तो यह देश के लिए बहुत खुशी की बात होगी. राजनाथ सिंह भी सभी से बात कर रहे हैं और हम चाहते हैं कि हम सब मिलकर उपराष्ट्रपति के चुनाव में राधाकृष्णन का सर्वसम्मति से समर्थन करें और यह हमारे लोकतंत्र के लिए, देश के लिए और राज्यसभा को चलाने में बहुत उपयोगी साबित होंगे.