
पहली बार पेरेंट्स बन रहे कपल्स के लिए बच्चे का जन्म एक नया अनुभव होता है। जिसमें वो बच्चे की परवरिश के दौरान खुद भी कई नई चीजें सीख रहे होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं बच्चों की परवरिश करते समय एक चीज जो ज्यादातर पेरेंट्स को परेशान करती है, वो है कॉलिक बेबी की समस्या। बता दें, कॉलिक बेबी से मतलब ऐसे बच्चों से होता है जो बिना किसी स्पष्ट कारण के लंबे समय तक रोते रहते हैं। बच्चा पेट दर्द, अकड़न, सोने में दिक्कत और सांस से जुड़ी समस्या जैसे किसी भी कारण की वजह से रो सकता है। अच्छी बात यह है कि ऐसे बच्चे को एक खास तरह की ‘आई लव यू मसाज’ देकर कुछ ही देर में शांत भी करवाया जा सकता है। बता दें, आजकल न्यू मॉम्स के बीच यह मसाज काफी ट्रेंड में है। आइए जानते हैं आखिर क्या है ‘आई लव यू मसाज’, इसके फायदे और क्या है इसे करने का सही तरीका।
आई लव यू मसाज टेक्निक की मदद से रोते हुए बच्चे को आसानी से शांत करवाया जा सकता है। दरअसल, कई बार सेहतमंद शिशु भी पेट में गैस, पाचन संबंधी परेशानी या अपरिपक्व आंत के कारण होने वाले दर्द की वजह से तेज और बार-बार रोता रहता है। ऐसे में यह जादुई मसाज शिशु को पेट दर्द में आराम पहुंचाने का एक आसान और प्रभावी तरीका है। बता दें, इस मसाज की मदद से शिशु के मल त्याग में सुधार , पेट की मांसपेशियों को आराम,बेहतर नींद, पेट की फंसी हुई गैस बाहर निकालने में मदद और पेट की अकड़न में कमी जैसे फायदे मिलते हैं।
‘आई लव यू मसाज’ का नाम शिशु के पेट पर बने मसाज के पैटर्न के नाम पर रखा गया है। इसमें शिशु के पेट को I, L और U अक्षरों के आकार में धीरे से सहलाना होता है।
‘आई लव यू मसाज’ करने के लिए बच्चे की नाभि के दाहिने तरफ ‘I’ का आकार हाथ से बनाएं। यानी एक बार हाथ को सीधी खींचे, एक बार ऊपर सीधा खींचें और एक बार नीचे सीधा खींचें। इसके बाद पेट पर उल्टा ‘L’ बनाए जिसमें नाभि के बगल में नीचे की तरफ एक रेखा बनाते हुए उससे लगाकर ऊपर नाभि से ऊपर एक सीधी लाइन बनाएं। अब ‘U’ बनाने के लिए नाभि के बाएं तरफ से हाथ उठाकर नाभि के ऊपर जाएं और फिर एक सीधी लाइन बनाते हुए दाएं तरफ नीचे तक आएं।